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अकृषि वित्त प्रदाय

बैंकिंग उद्योग के बदले परिदृश्य में शीर्ष बैंक कृषि ऋण वितरण के साथ ही अकृषि वित्त यथा रासायनिक खाद वितरण, विभिन्न फसलों के विपणन एवं औद्योगिक इकाईयों की स्थापना एवं व्यक्तिगत उद्यमियों को वित्तप्रदाय में भी मुख्य भूमिका का निर्वहन कर रहा है, ताकि बैंक की लाभप्रदता के साथ-साथ राज्य की औद्योगिक सम्पन्नता में भी वृद्धि हो सके।

 

रासायनिक खाद के वितरण हेतु वित्त प्रदाय

कृषि उत्पादन ऋणों को बढ़ावा देने में रासायनिक खाद का वितरण मुख्य है। इस हेतु शीर्ष बैंक द्वारा शीर्ष विपणन संघ, इफ्को एवं अन्य संस्थाओं को खाद व्यवसाय हेतु कार्यशील पूंजी साख सीमा प्रदान की जा रही है।

 

कार्यशील पूंजी हेतु वित्त प्रदाय

राष्टीय एवं शीर्षस्थ स्तर की संस्थाओं, गैर सहकारी क्षेत्र की संस्थाओं, क्षेत्रीय स्तर की सहकारी संस्थाओं को कार्यशील पूंजी हेतु आवश्यक साख सीमाओं की व्यवस्था शीर्ष बैंक द्वारा की जाती |

 

कृषि आधारित सहकारी औद्योगिक इकाईयों की स्थापना हेतु वित्त प्रदाय

शीर्ष बैंक के पास उपलब्ध आधिक्य की निधियों के लाभपूर्ण विनियोजन की दृष्टि से कृषि आधारित सहकारी औद्योगिक ईकाइयों की स्थापना/विस्तारीकरण हेतु शीर्ष बैंक द्वारा वित्त प्रदाय किया जा रहा है।

 

विभिन्न कृषि उपजों की खरीदी एवं विपणन हेतु साख सीमायें

विभिन्न कृषि उपजों की खरीदी एवं विक्रय का कार्य प्राथमिक सहकारी विपणन समितियों द्वारा किया जा रहा है जिसके कारण कृषक सदस्यों को अपनी उपज का उचित मूल्य प्राप्त हुआ है। जिला केन्द्रीय सहकारी बैंकों को उपरोक्त उद्देश्य हेतु साख सीमायें स्वीकृत की जाती है, जिसका समुचित उपयोग किया जाता है।

 

सार्वजनिक वितरण प्रणाली हेतु वित्तीय सहायता

सार्वजनिक वितरण प्रणाली का कार्य केन्द्रीय सहकारी बैंकों से जुड़ी प्राथमिक सहकारी समितियों को सौंपा गया है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के सफल क्रियान्वयन में शीर्ष बैंक द्वारा समय पर प्रदान की गई वित्तीय सहायता का प्रमुख योगदान है।

 

बुनकर एवं औद्योगिक सहकारी समितियों को वित्तप्रदाय

प्रदेश के बुनकरों एवं ग्रामीण शिल्पियों को रोजगार के साधन मुहैया कराने में प्राथमिक बुनकर एवं औद्योगिक सहकारी समितियाॅं अहम् भूमिका निभा रही है। शीर्ष बैंक द्वारा प्रदेश के जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों के माध्यम से उपरोक्त समितियों को वांछित साख की पूर्ति, रियायती ब्याज पर स्वयं के स्त्रोतों से अथवा राष्ट्रीय बैंक से पुनर्वित्त प्राप्त कर की जाती है।

 

अन्य संस्थाओं/समितियों को वित्त प्रदाय

भारतीय खाद्य निगम एवं विभिन्न राज्य सरकारों को फूड क्रेडिट कंसोर्टियम के अंतर्गत खाद्यान्न खरीदी हेतु, शैक्षणिक संस्थाओं के निर्माण कार्य हेतु एवं कर्मचारी साख समितियों को उनके सदस्यों को वित्त प्रदाय हेतु एवं अन्य संस्थाओं आदि कीे वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति भी निर्धारित मानदण्डों के आधार पर शीर्ष बैंक द्वारा की जा रही है।

 

आभूषणों के तारण पर ऋण

प्राथमिक सहकारी समितियों के सदस्यों, लद्यु एवं सीमांत कृषकों को साहूकारों के चंगुल से बचाने की दृष्टि से केन्द्रीय सहकारी बैंकों द्वारा प्राथमिक सहकारी समितियों के सदस्यों, लघु एवं सीमान्त कृषकों आदि स्वर्ण/रजत आभूषणों के तारण पर ऋण प्रदाय की महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है।

 

नोट:- ऋणग्रहिताओं को प्रदत्त ऋणों/साख सीमाओं की मय ब्याज पूर्ण राशि की वसूली पश्चात सुरक्षा हेतु बंधक चल/अचल संपत्तियों के दस्तावेजों की वापिसी हेतु दिनांक 01.12.2023 से प्रभावशील प्रक्रिया।